गला दबाकर तालाब में फेक दिया था, 2018 में ग्राम खल में हुए मर्डर का 2020 में खातेगांव पुलिस ने किया खुलासा
दिनांक 28/8/2018 को सुबह 8:00 बजे ग्राम खल के चौकीदार के द्वारा थाने पर सूचना दी कि एक अज्ञात व्यक्ति का शव तलाव में तैर रहा है सूचना मिलने पर तत्काल मौके पर पुलिस ने पहुंचकर अज्ञात शव को निकाला, जिसकी पहचान विक्रम पिता रामोतार कोरकू निवासी ग्राम हथनोरी के रूप में की गई जिसकी मौत गला दबाने से हुई थी बाद अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 739/2018 धारा 302,201 भा0द0वि0 हत्या का मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था वर्तमान पुलिस अधीक्षक महोदय सुश्री कृष्णावेणी देशावतु द्वारा जिला देवास का कार्यभार संभालने के तत्काल बाद ही पूर्व में घटित सभी मर्डर केस व अन्य गंभीर मामलों की जिले के वरिष्ठ अधिकारियों वा थाना प्रभारियों से जानकारी प्राप्त कर उक्त मामले का खुलासा करने के आवश्यक निर्देश दिए सूचना देने वाले को उचित इनाम की घोषणा की गई
खातेगांव - इस मामले में भी ₹10000 का इनाम घोषित किया विवेचना संदेही राजेंद्र राठौर और दीपक राठौर को थाने बुलाकर पुनः पूछताछ की गई उन्होंने बताया हमारा रेती का व्यवसाय है दिनांक 17 एक 2018 को होशंगाबाद से रेत भरने के लिए हमारी एलपी गाड़ी सरवन निवासी चापड़ा ड्राइवर इंदौर से लेकर आया था जब गाड़ी 6:00, 7 दिन तक वापस इंदौर नहीं आई तो हम लोगों ने गाड़ी की तलाश की तो गाड़ी क्षतिग्रस्त अवस्था में बछखाल ढाबा नसरुल्लागंज रोड पर खड़ी मिली बाद हम लोग दूसरे ड्राइवर से गाड़ी चलवा कर रात्रि करीब 11:00 बजे इंदौर ले गए हम मृतक विक्रम कोर को को नहीं जानते हैं मृतक के साथी गौरी शंकर एवं सुनील से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि दिनांक 24/25 रात को 8:18 में हम बछखाल ढाबे के सामने से गुजरे तो अचानक से ढाबे पर खड़ी एलपी गाड़ी की लाइट जली तो विक्रम अचानक से बोला सेठ आ गया कहकर रोड से नीचे उतर कर डरकर भाग गया और हम लोग आगे चले गए तत्कालीन तथ्यों एवं रात को सेठ राठौर का घटना स्थल पर आना उसी रात अचानक से मृतक विक्रम का गायब होना ऐसे कहीं परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर पुन: पूछताछ की गई तो आरोपी राजेंद्र राठौर के द्वारा बताया कि वहां सरवन ने अपने साले विक्रम कोर को हमारी एलपी गाड़ी 8840 पर ड्राइवर के रूप में लगाया था गाड़ी विक्रम ही इंदौर से ₹19000 रुपये सिलक लेकर होशंगाबाद रेती भरने का कहकर लाया था जब दो-तीन दिन तक विक्रम इंदौर नहीं पहुंचा एवं फोन लगाने पर रेती अभी नहीं बनने के बारे में बताया बाद उसने फोन स्विच ऑफ कर लिया फिर हम लोगों ने गाड़ी की तलाश की तो गाड़ी बचपन ढाबे के पास नसरुल्लागंज रोड पर क्षतिग्रस्त अवस्था में खड़ी मिली फिर मैंने अपना दूसरे ड्राइवर भोला को बुलाकर गाड़ी ले जाने के लिए जैसे ही चालू की तो सामने रोड पर गाड़ी के लाइट में अचानक से विक्रम दिखा जो मुझे देख कर खेत की तरफ भागा मैंने व दीपक ने दौड़कर पास में ही एक तालाब के पास पकड़ लिया मैंने गुस्से में आकर उसका गला दबा दिया जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई फिर उसे तलाव में फेंक दिया उक्त अंधे कत्ल के मामले में राजेंद्र पिता कैलाश राठौर उम्र 20 साल दीपक पिता मनोज राठौर उम्र 23 साल निवासी गण जूनी इंदौर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया वर्तमान पुलिस अधीक्षक सुश्री कृष्णावेणी देशाबंधु के निर्देश में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नीरज चौरसिया एसडीओपी श्री निर्भय सिंह अलावा के मार्गदर्शन में निरीक्षक सज्जन सिंह मुकाती अरविंद भदोरिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही उक्त टीम को ₹10000 देने की घोषणा की गई
Comments
Post a Comment