दूसरे राज्यों में फंसे श्रमिकों और छात्रों की वापसी का रास्ता साफ, CM बघेल ने गृहमंत्री शाह से की बात
लॉकडाउन की वजह से छत्तीसगढ़ के कई श्रमिक और छात्र दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. जिन्हें भूपेश बघेल सरकार वापस लाने की कवायद में जुटी है
रायपुर: लॉकडाउन की वजह से छत्तीसगढ़ के कई श्रमिक और छात्र दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. जिन्हें भूपेश बघेल सरकार वापस लाने की कवायद में जुटी है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस मुद्दे पर चर्चा कर उन्हें परेशानियों से अवगत करवाया.मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर बताया कि चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भरोसा दिलाया है कि राज्य सरकार से इस आशय का विधिवत प्रस्ताव मिलने पर तत्काल निर्णय लिया जाएगा. मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव आर.पी. मंडल ने केंद्रीय गृह सचिव को इस संबंध में प्रस्ताव भेज दिया है.वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उम्मीद जताई है कि अन्य राज्यों में लॉकडाउन की वजह से उपजी परिस्थितियों के कारण कठिनाई में रह रहे सभी छत्तीसगढ़ वसियों की शीघ्र सकुशल वापसी होगी.
आपको बता दें कि पिछले दिनों बघेल सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों की मदद के लिए राहत राशि भेजी थी. सरकार ने विभिन्न प्रदेशों में मजदूरों के फंसे होने की जानकारी मिलते ही तत्काल राहत के तौर पर कुल 64 हजार 416 मजदूरों के खातों में 1000-1000 रुपये की राशि भेजी थी.श्रम विभाग के सचिव सोनमणी बोरा ने बताया था कि राज्य के मुंगेली से छह हजार 144, कबीरधाम से पांच हजार 850, राजनांदगांव से पांच हजार 365, जांजगीर-चांपा से 11 हजार 159, बलौदाबाजार से 20 हजार 424, बेमेतरा से तीन हजार 559, रायगढ़ से दो हजार 112, बिलासपुर से चार हजार 129, सूरजपुर से 464, दुर्ग से एक हजार 187, बालोद से 332, गरियाबंद से 622, रायपुर से एक हजार 352 और कोरबा जिले से 327, महासमुन्द से 424 श्रमिक फंसे हुए हैं जिनकी मदद राज्य सरकार की ओर से की जा रही है.
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