इतिहास का काला दिन 4 अगस्त 2015 रेल हादसा
हरदा - जिले का इतिहास के पन्नो के सबसे काला दिन कहा जाने वाला 4 अगस्त 2015 रेल हादसा की दोबारा पुर्नरवत्ति न हो इसको लेकर कलेक्टर अनुराग वर्मा एवं पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल ने ग्राम मांदला के पास रेलवे ट्रैक का निरीक्षण कर पानी निकासी की व्यवस्था का जायज़ा लिया। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में इसी स्थान पर जलभराव के कारण ट्रैक के नीचे की मिट्टी खिसकने पर दुर्घटना हुई थी। कलेक्टर एवं एसपी ने स्थल का निरीक्षण कर जल निकासी के लिए वर्तमान में की गई व्यवस्था देखी। एसडीएम विष्णु यादव ने बताया कि रेलवे द्वारा उक्त स्थान पर माचक नदी का पानी निकलने के लिए अंडरब्रिज तथा रिटेनिंग वॉल बनाई गई है जिससे अब जलभराव की संभावना नहीं है।
4 अगस्त 2015 हो हुआ था हादसा..
इटारसी-खंडवा रेलखंड के भिरंगी-कुड़ावा रेलवे स्टेशन के बीच 2015 मेंभीषण रेल हादसा हुआ था। 4 अगस्त की रात 11.20 बजे यहां कामायनी और जनता एक्सप्रेस की बोगियां पानी में समा गई थी। दुर्घटना के बाद कई परिवार बिखरे थे। क्षेत्र में लगातार बारिश से माचक नदी उफान पर थी। संभवत: पहली बार इतनी तेज बाढ़ ने नदी के दोनों किनारों को लबालब कर दिया था। बहाव इतना तेज था कि नदी पर बने रेलवे पुल व समीप की पुलिया के आसपास खासा पानी जमा हो गया था। देखते ही देखते बहाव तेज होता गया और ट्रैक क्षतिग्रस्त कर दिया। इसी दौरान रात 11 बजकर 20 मिनिट पर मुंबई से इलाहाबाद जा रही 11071 कामायनी एक्सप्रेस एवं पटना से मुंबई की ओर जा रही 13201 लोकमान्य तिलक राजेन्द्र नगर जनता एक्सप्रेस यहां से गुजरी। खंभा क्रमांक 108 से 109 के बीच माचक नदी से कुछ दूरी पर स्थित रेलवे पुलिया क्रमांक 645 की साइड की मिट्टी धंसने के कारण ट्रैक क्षतिग्रस्त हुआ और ट्रेनों की बोगियां पानी में डूब गई थी।जिसमे कई यात्रियों की जान गई थी और कई बहते पानी मे बह गए थे जिनकी आजतक लाश भी नही मिली !
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