भोपाल - केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड ने प्रोजेक्ट स्क्रीनिंग कमेटी का पुनर्गठन किया है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक और वन बल प्रमुख पंजाब श्री जितेन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में गठित बोर्ड में मध्यप्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री पी.सी. दुबे को सदस्य (क्षेत्र विशेषज्ञ) के रूप में शामिल किया गया है। समिति माह में एक बार होने वाली बैठक में सर्वेक्षण जैव विविधता संरक्षण, विपणन आदि के औषधीय पौधों के प्रोजेक्ट से संबंधित प्रस्तावों का निराकरण करेगी। समिति में सदस्य के रूप में बॉटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया कोलकाता के संचालक, आईसीएआर नई दिल्ली, सीएसआईआर नई दिल्ली, केन्द्रीय आयुष मंत्रालय, केन्द्रीय बॉयोटेक्नालॉजी विभाग, नार्थ ईस्टर्न काउंसिल सेक्रेटरिएट शिलांग और डॉ. एन.बी. बृन्दावनम विशाखापटनम शामिल किया गया है। राष्ट्रीय औषधि पादप बोर्ड के कार्यपालन अधिकारी समिति के सदस्य सचिव होंगे। ट्राइफेड के प्रतिनिधि, राजस्थान के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. दीप नारायण पाण्डेय, राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ नई दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉ. वी.वी. प्रसाद और अध्यक्ष एएमएमओआई केरल डॉ. डी. रामनाथन विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे। औषधीय पौधों के उत्पादन और विपणन में रुचि रखने वाले लोग और कंपनियाँ समिति के समक्ष प्रस्ताव भेज सकेंगी। इससे गुग्गल, एलोवीरा, सलई, पाडर आदि प्रोजेक्ट के संबंध में प्रस्ताव भेजकर आय का अतिरिक्त साधन बढ़ा सकते हैं।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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