भोपाल - मासूम के लापता होने के महज दो घंटे के भीतर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. बच्ची भी सुरक्षित बरामद कर ली गई है. पुलिस ने अपहरण की सूचना मिलने के बाद आरोपी पर 5000 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था. साथ ही आरोपी की तलाश में पुलिस की एक टीम का गठन कर उसे रवाना कर दिया था. पुलिस ने 10 साल की मासूम के अपहरण की सूचना को गंभीरता से लेते हुए थाने से एक टीम को सादे लिबास में रवाना किया था. पुलिस की यह टीम इलाके की नई सब्जी मंडी करोंद, राजेन्द्र नगर, कोच फैक्टरी द्वारका नगर रेलवे कॉलोनी पहुंची. यहां पुलिस टीम ने कोच फैक्टरी के जंगलों व कॉलोनी में करीब दो घंटे तक लगातार आरोपी को सर्च किया. साथ ही वहां के स्थानीय लोगों को वारदात से अवगत कराया. पुलिस को जल्द ही सूचना मिली कि कोच फैक्टरी के जंगल में एक युवक मासूम को ले जाता हुआ देखा गया है. इस सूचना के बाद पुलिस टीम जंगल के लगभग ढाई किमी अंदर तक गई. पैदल जा रही पुलिस ने देखा कि एक युवक लड़की को जगंल में अंदर की ओर ले जा रहा है. वह युवक अचानक पुलिस को देखकर बच्ची को लेकर भागने लगा. तब पुलिस ने आसपास के लोगों के साथ मिलकर घेराबंदी कर ली और युवक को दबोच लिया. बच्ची बिल्कुल सही सलामत पुलिस के हाथ लगी है. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम दीपक श्रीवास बताया है. वह भोपाल के द्वारका नगर बजरिया का रहनेवाला है. पुलिस को शक है कि आरोपी मासूम के साथ दरिंदगी करने के मकसद से उसे लेकर भागा था. आरोपी से पूछताछ जारी है.
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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