भोपाल - एक के बाद एक मंत्रालय में बढ़ती जा रही कोरोना पॉजिटिव की संख्या ने अधिकारियों-कर्मचारियों को चिंता में डाल दिया है। चिंता इसलिए भी बढ़ गई है, क्योंकि अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी कोरोना ने अपने गिरफ्त में ले लिया है। मुख्यमंत्री भी मंत्रालय के उस एनेक्सी-दो भवन में बैठते हैं, जहां अब तक 20 कोरोना पॉजिटिव सामने आ चुके हैं। मंत्रालय में मुख्यमंत्री को मिलाकर कोरोना पॉजिटिव की संख्या 26 हो गई है। मंत्रालयीन अधिकारी-कर्मचारी संघ ने एक बार फिर संक्रमण के खतरे को देखते हुए कुछ दिनों के लिए एनेक्सी-दो भवन को बंद करने की मांग उठाई है। मुख्यमंत्री के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना मिलने के बाद अधिकारियों-कर्मचारियों में बेचैेनी बढ़ गई है।दरअसल, मुख्यमंत्री कार्यालय में साफ-सफाई से लेकर कोरोना की रोकथाम के सभी उपाय अपनाए जा रहे हैं। बाहरी व्यक्तियों के आने-जाने पर प्रतिबंध भी लगाया गया, लेकिन एक के बाद एक 26 व्यक्ति मंत्रालय में कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं।
मंत्रालय की एनेक्सी-दो भवन में मुख्यमंत्री समेत 20 अधिकारी-कर्मचारी पॉजिटिव हो चुके हैं। मंत्रालय अधिकारी-कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक का कहना है कि संघ काफी समय से मंत्रालय एनेक्सी-दो को बंद करने की मांग उठा रहा है, लेकिन वरिष्ठ अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे। मुख्यमंत्री कार्यालय में भी तीन-चार पॉजिटिव मामले आ चुके हैं। इसके बावजूद अब तक सामान्य प्रशासन विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया है। जांच के लिए करना पड़ता है संघर्ष अधिकारी तो कर्मचारी के पॉजिटिव पाए जाने पर चुपके से जांच करा लेते हैं, लेकिन कर्मचारियों की जांच के लिए संघ को संघर्ष करना पड़ता है। वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारियों की जांच कराने में आनाकानी करते हैं। मध्यम स्तर के अधिकारी कोरोना संक्रमण को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, जिसकी वजह से जोखिम भी बढ़ गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी तो मुख्यमंत्री के पॉजिटिव होने के बाद होम क्वारंटाइन हो गए हैं। निज पदस्थापना में पदस्थ स्टाफ और उनके परिजनों की भी जांच कराई जा रही है। मुख्यमंत्री के संपर्क में आए अधिकारियों ने भी खुद को अलग-थलग कर लिया है।
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