देवास - हाटपिपलिया उपचुनाव के शंखनाद के साथ ही मुख्यमंत्री ने चुनावी समीकरण को देखते हुए बागली को जिला बनाने की घोषणा कर दी लेकिन हाटपिपलिया में बागली को जिला बनाने की घोषणा का औचित्य समझ से परे था लेकिन मुख्यमंत्री तो मुख्यमंत्री हैं ,कहीं भी घोषणा कर सकते हैं। वैसे बागली से देवास की दूरी मात्र 50 किलोमीटर है जबकि कन्नौद खातेगांव की दूरी 125 किलोमीटर के लगभग है। बागली की घोषणा के साथ ही कन्नौद को जिला बनाने की कवायदें पुनः तेज हो गई। यहां तक कि क्षेत्रीय विधायक आशीष शर्मा ने भी बागली को जिला बनाने की घोषणा का विरोध किया। बागली की घोषणा होते ही कन्नौद को जिला बनाने की मांग पूरा जोर शोर से उठने लगी। प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन संयुक्त कलेक्टर नरेंद्र सिंह धुर्वे को सौंपा जिसमें कहा गया कि जिला मुख्यालय से यहां की दूरी 110 किलोमीटर है जिससे आम जनों को परेशान काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है ।विरोध स्वरूप शनिवार रविवार को कन्नौद के साथ खातेगांव, सतवास ,लोहारदा ,पानी गांव पूरी तरह बंद रहा है ।निश्चित ही यह विरोध भाजपा की मुश्किल खड़ी कर सकती है ।शिवराज सिंह के लिए बागली जिले की घोषणा गले की हड्डी बन चुका है वह न तो इसे निकल सकते हैं और ना ही उगल सकते है और क्योंकि बागली की घोषणा हो चुकी है तो कन्नौद को जिला बनाने का सवाल ही नहीं उठता। खैर अब जो भी हो हाटपिपलिया उपचुनाव के बाद ही तस्वीर साफ होगी।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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