इंदौर - आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले और तमिलनाडु के श्रीपैरंबदूर जिले से लूटे करीब पांच करोड़ रुपये के मोबाइल मामले में आंध्र प्रदेश और बीएनपी देवास पुलिस ने शुक्रवार को इमली बाजार (कमाठीपुरा) में छापा मारा। पुलिस ने यहां से डेढ़ करोड़ रुपये के मोबाइल फोन बरामद किए। यह मकान एमजी रोड थाना में पदस्थ महिला कांस्टेबल का है। आरोपित सईद कपड़ा कारोबारी बनकर किराए से रहता था। पुलिस टीएसटीएन डेटा, टावर लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यहां पहुंची थी। एएसपी (पश्चिम) प्रशांत चौबे के मुताबिक पिछले दिनों गुंटूर जिला स्थित चिलकुलुरिपेटा के पास नेशनल हाईवे पर अपराधियों ने फिल्मी अंदाज में कंटेनर को कटर से काटकर मोबाइल और नोटपेड लूट लिए थे। इसी तरह एक वारदात तमिलनाडु के श्रीपैरंबदूर में अगस्त में हुई थी, जिसमें करीब 4 करोड़ के मोबाइल लूटे गए थे। आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु पुलिस ने जांच की और पीएसटेन डेटा से नेशनल हाईवे पर एक्टिव मोबाइल नंबर ढूंढे। पता चला कि देवास जिले के धानीघाटी के कंजर हैं और उन्होंने फर्जी नाम-पते से सिम ली थी। जांच टीम ने उस लोडिंग वाहन को भी तलाश लिया, जिससे मोबाइल इंदौर भेजे गए थे। पता चला कि मोबाइल इमली बाजार में रहने वाले सईद खान ने खरीदे हैं। वह कपड़ा कारोबारी जिनेंद्र जैन के मकान में किराए से रहता था। जैन की बहू स्वीटी (सविता) एमजी रोड थाने में कांस्टेबल है। स्वीटी के मुताबिक सईद ने खुद को कपड़ा व्यापारी बताया था। किराएदार की सूचना भी थाने पर दी थी। मकान मेरे ससुर के नाम पर है।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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