खरगोन - एमपी के खरगोन में सब्जी मंडी की शिफ्टिंग को लेकर थोक व्यापारियों ने जमकर हंगामा किया है। इस दौरान महिलाओं ने चक्का जाम का भी प्रयास किया है। पुलिस ने इसे लेकर सख्ती दिखाई है और शासकीय कार्य में बाधा डालने के आरोप में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। मौके पर 3 बजे रात एसडीएम समेत भारी संख्या में पुलिस बल के जवान सुबह 8 बजे तक डटे रहे हैं। दरअसल, शहर से 6 किलोमीटर दूर बलवाड़ी में मंडी शिफ्टिंग को लेकर थोक व्यापारियों में रोष है। जिला प्रशासन के बार-बार कहने के बाद भी तो व्यापारियों के शहर स्थित मंडी से ना जाने के चलते हंगामा हुआ है। व्यापारी चाह रहे हैं कि मंडी पुरानी जगह पर ही रहें। इसे लेकर लोग विरोध कर रहे थे। इसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की है। एसडीएम सत्येंद्र सिंह ने कहा कि पिछले 2 दिनों से हमारा प्रयास चल रहा है। 50 सालों में शहर का काफी विस्तार हुआ है। पुरानी सब्जी मंडी शहर के मध्य स्थित है। कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। वो भी एक बिंदु था, इसलिए करोना संक्रमण रोकने के लिए मंडी को ऐसे स्थान पर शिफ्ट किया जाए, जिससे संक्रमण कम हो। इसलिए 3 बजे रात से लगे थे। पुरानी सब्जी मंडी को नवीन सब्जी मंडी बलवाड़ी शिफ्ट किया जाए। उन्होंने कहा कि पहले भी यह निर्णय हुआ है। आज इसी क्रम में हमने कार्रवाई की है ,जो भी व्यक्ति बाधा पहुंचा रहे थे, उनकी गिरफ्तारी की गई है। जब तक पूरी शिफ्टिंग नहीं हो जाती, तब तक पूरी कार्रवाई जारी रहेगी।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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