खण्डवा (निप्र) - पर्यटन स्थल हनुवंतिया पर जल महोत्सव के दौरान पर्यटक अब हेलीकॉप्टर यात्रा नहीं कर सकेंगे। वजह 7 दिन में सिर्फ 15 लोगों ने जॉय राइड के लिए आए। कई लोग किराया अधिक होने से दूर रहे। इसलिए, निजी कंपनी ने घाटा होने पर हेलीकॉप्टर सेवा बंद कर दी। इधर, बता दें कि पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर खंडवा की प्रभारी मंत्री हैं, बावजूद घाटे को देखते हुए पर्यटन स्थल पर सुविधाए बंद कर दी गईं। हनुवंतिया में जल महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने घोषणा की थी कि यहां हेलीकॉप्टर यात्रा शुरू करेंगे, ताकि पर्यटक लोग हनुवंतिया का नजारा देख सकें। पर्यटन विकास निगम व शाश्वत एविएशन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड ने 16 दिसंबर से जॉय राइड सुविधा शुरू कर दी, लेकिन काफी महंगा होने से 7 दिनों में 15 लोगों ने ही हेलीकॉप्टर की यात्रा की। जबकि टीकमगढ़ जिले के ओरछा में हेलीकॉप्टर यात्रा के 3 हजार रुपए लिए जा रहे हैं।
देरी से आया हेलीकॉप्टर, जल्दी हो गया विदा
हनुवंतिया में चल रहे छठवें जल महोत्सव के दौरान पर्यटकों को लुभाने के लिए यहां हेलीकॉप्टर यात्रा शुरू से ही निर्धारित समय से देरी से हुई थी। यहां 16 दिसंबर की दोपहर 3 बजे शुभारंभ होना था, लेकिन शाम लगभग 5.30 बजे के आसपास हेलीकॉप्टर का शुभारंभ हुआ, लेकिन सूर्यास्त होने की वजह हेलीकॉप्टर की सैर नहीं कराई जा सकी। इसके अगले दिन टेस्टिंग की वजह से ये हेलीकॉप्टर चल नहीं पाया और 7 दिन बाद ही यह सेवा बंद करनी पड़ी।
टूरिज्म विभाग ही किराया तय करता है
हेलीकाॅप्टर सेवा के लिए ओरछा में 3 हजार रुपए लिए जाते थे, जबकि, हनुवंतिया में 5 हजार रुपए प्रति व्यक्ति हेलीकॉप्टर किराया लिया जा रहा था। हेलीकॉप्टर चलाने वाली शाश्वत एविएशन कंपनी के डायरेक्टर अरविंद कुमार मेहरा ने बताया कि, किराया टूरिज्म विभाग द्वारा ही तय किया गया था।
Comments
Post a Comment