ग्वालियर में ठगी करने के बाद रडार पर आई गैंग
साल 2019 मे ग्वालियर की महिला जाफरीन नाज ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई थी कि कुछ आरोपियों ने फर्जी शॉपिंग वेबसाईट बनाकर उनको ठग लिया है. आरोपियों ने महिला को लॉटरी में 10 लाख रुपये की कार खुलने का झांसा दिया और साढ़े चार लाख रुपये ठग लिए. जब ग्वालियर में क्राइम ब्रांच ने 2 साल पहले हुए इस ठगी के मामले में हरियाणा के फरीदबाद में दबिश दी तो पूरे देश में लॉटरी के नाम पर ठगी करने वाली गैंग का भंडाफोड़ हो गया.
पुलिस को मिला कॉल सेंटर
ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने फरीदाबाद (हरियाणा) के अशोका एन्क्लेव पार्ट-2 के एक दफ्तर पर दबिश दी. टीम को दबिश के दौरान वहां एक कॉल सेंटर संचालित होता मिला. पुलिस टीम ने वहां काम करने वाले लड़के-लड़कियों से पूछताछ की तो पता चला कि इस कॉल सेंटर के दोनों संचालक बिहार के छपरा के रहने वाले हैं. बिहार का रविशेखर MBA और चंद्रभूषण प्रताप B. Tech पास है. क्राइम ब्रांच ने दोनों आरोपियों को दबोच लिया.
दिल्ली में बैठकर देशभर में कर रहे थे ठगी
पुलिस के मुताबिक, दोनों सगे भाई हैं. जल्द रईस बनने के लिए दोनों ने ठगी का खेल शुरू कर दिया था. दोनों भाईयों ने कई लड़के-लड़कियों को अपने यहां काम पर रखा. लड़कियां ग्राहकों को फोन लगाकर लकी ड्रॉ निकलने की जानकारी देती थीं. फिर झांसे में आने वाले ग्राहकों से रजिस्ट्रेशन शुल्क, तो कभी कस्टम ड्यूटी सहित कई तरह के टैक्स वसूले जाते थे. ग्राहक से अलग-अलग खातों में रुपया ऑनलाइन ट्रांसफर करवाया जाता था. जब ग्राहक इनकी जालसाजी समझ जाते तो आरोपी उस सिम को बंद कर देते थे.
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