भोपाल (स्टेट ब्यूरो) - रविवार को मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री मंत्री विश्वास सारंग ने अपने निवास पर नर्सिंग आफिसर एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ उनकी मांगों को लेकर चर्चा की। इस दौरान उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी भी मौजूद थे। हालांकि रविवार को काम पर लौटने को लेकर शनिवार देर रात ही निर्णय ले लिया गया था। लेकिन रविवार को दोनों मंत्रियों से चर्चा के बाद एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने विधिवत हड़ताल खत्म करने कि घोषणा कि है। हड़ताल खत्म करने के बाद दोपहर 2 बजे कि ड्यूटी से सभी नर्सिंग आफिसर ने जेपी और काटजू सहित पूरे प्रदेश में अपने काम पर लौटे आई हैं। नर्सिंग आफिसर की ये हड़ताल 10 जुलाई से से जारी थी। अब इन नर्सिंग आफिसर की मांगों के निराकरण के लिए समिति गठित की जाएगी जिसमें नर्सिंग एसोसिएशन के सदस्य और सरकारी अधिकारी भी होंगे।
विशवास सारंग ने बताया कि,नर्सिंग एसोसिएशन की स्ट्राइक थी। आज (रविवार को) स्ट्राइक वापस ले की है। इनकी मांगों को लेकर बातचीत हुई है स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी भी इस दौरान मौजूद हैं। नर्सिंग आफिसर की मांगों को लेकर उच्च स्तरीय समिति बनाई जाएगी। इस समिति में नर्सिंग एसोसिएशन के सदस्य और सरकारी अधिकारी भी होंगे। नियम परिवर्तन की मांग पर कमेटी विचार करेगी। जो भी प्रस्ताव होगें उस पर सरकार विचार करेगी।'' कुछ विषय है केवल प्रभार देने के जिनपर कोई वित्तीय भार नहीं है उसको भी मान लिया जाएगा।
रात को ही काम पर लौटने का हो गया था निर्णय
संघ शनिवार को रात को ही नर्सिंग आफिसर के हड़ताल से वापस लौटने को लेकर निर्णय कर लिया गया था। यह निर्णय कर्मचारी संगठनों के साथ नर्सिंग आफिसर एसोसिएशन के पदाधिकारी से मिलने के बाद लिया गया था। वहीं शासन ने भी हाईकोर्ट कि फटकार के बाद हड़ताल को अवैधानिक घोषित कर दिया था। रविवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से नर्सिंग आफिसर कि चर्चा के बाद विधिवत हड़ताल समाप्ति कि घोषणा कर दी गई।
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