भोपाल (स्टेट ब्यूरो - सागर मेहता) - मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर गुरुवार को चौंकाने वाला खबर सामने आई है। भले ही प्रदेश में चुनावों की आधिकारिक तारीखें सामने नहीं आई हैं, पर भाजपा ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। मप्र और छग के लिए लिस्ट जारी की गई है। मध्यप्रदेश में 39 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए हैं। वहीं छत्तीसगढ़ के लिए 21 नामों की घोषणा कर दी गई है। बुधवार को दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। इसमें प्रदेश के सीएम सहित कई नेताओं ने शिरकत की थी। आपसी सहमति के बाद समिति ने प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के लिए नामों की सूची जारी की है। हालांकि भाजपा ने इतने पहले सूची जारी कर सभी को चौंकाया है। ऐसा प्रयोग पहली बार हो रहा है। जारी सूची में मालवा-निमाड़ इलाके की 11 सीटों पर नाम जारी किए गए हैं। बता दें कि इस बार मालवा-निमाड़ पर दोनो ही प्रमुख पार्टियों का फोकस ज्यादा है।
हारे पर भी दांव
बीजेपी की पहली सूची में 2018 में चुनाव हारे 14 चेहरों को फिर से मौका दिया है। इनमें चार पूर्व मंत्री ललिता यादव, लाल सिंह आर्य, ओम प्रकाश धुर्वे और नाना भाऊ मोहोड़ भी शामिल है। भोपाल मध्य से ध्रुवनारायण सिंह और भोपाल उत्तर से पूर्व महापौर आलोक शर्मा को टिकट दिया गया है। इंदौर के राऊ से मधु वर्मा को फिर से मैदान में उतारा गया है। जबलपुर पूर्व से अंचल सोनकर पर पार्टी ने भरोसा जताया है। भिंड के गोहद से पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य को टिकट दिया गया है। जबकि पिछोर सीट से प्रीतम लोधी को मैदान में उतारा गया। छतरपुर से पूर्व मंत्री ललिता यादव मौका दिया गया है। सुमावली से सिंधिया समर्थक अदल सिंह कंसाना को टिकट मिला है। पेटलावद से निर्मला भूरिया को उतारा गया है।
नेताओं के बेटे और बहू को भी टिकट
सबलगढ़ के पूर्व विधायक स्वर्गीय मेहरबान सिंह रावत की बहू सरला रावत को उम्मीदवार बनाया गया है। जबलपुर के पाटन सीट से पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह के बेटे नीरज सिंह ठाकुर को टिकट दिया गया है। छतरपुर जिले के महाराजपुर में पूर्व विधायक मानवेंद्र सिंह भंवर राजा के बेटे कामाख्या प्रताप सिंह को मैदान में उतारा है।
बैठक में 4 कैटेगिरी में बांटी गईं सीटें
बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति के बैठक में मुख्य सीटों को लेकर काफी गहन चर्चा की गई. सूत्रों की मानें तो राज्यों की सीटों को चार कैटेगिरी में बांटा गया है. इन्हें A,B,C और D कैटेगरी में रखकर चर्चा हुई. टिकट बंटवारे को आसान बनाने के लिए विधानसभा सीटों को 4 हिस्सों में बांट दिया गया है. A कैटेगरी में उन सीटों को रखा गया है, जिस पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अक्सर जीत हासिल करते हैं. B कैटेगरी में उन सीटों को रखा गया है, जिनमें हार और जीत पिछले चुनाव में हो रही है. C कैटेगरी में उन विधानसभा क्षेत्रों को रखा गया है जिसमें पार्टी के उम्मीद दो बार हार चुके. वहीं, D कैटेगरी में उन सीटों को रखा गया है, जहां भाजपा कभी नहीं जीती और जिन पर उनकी स्थिति काफी खराब रही है.
मध्यप्रदेश पर डेढ़ घंटे बातचीत, हारी हुई सीटों पर फोकस ज्यादा
- केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में पीएम मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मप्र से सत्यनारायण जटिया शामिल हुए थे। पहली बार मध्य प्रदेश के साथ समिति की आधे घंटे बैठक हुई। करीब डेढ़ घंटे बाद मध्य प्रदेश को फिर बुलवाया गया और एक घंटे तक चर्चा हुई। केंद्रीय नेताओं के सामने मप्र ने हारी हुई सीटों का ब्योरा रखा।
- इसके बाद तय हुआ कि प्रदेश नेतृत्व जल्द से जल्द इन 40 से 50 सीटों पर दो से तीन नाम का पैनल बनाएगा। भाजपा इस बार सिंतबर में ही हारी सीटों के प्रत्याशी तय कर देगी, ताकि उन्हें वक्त मिले। कुछ और घोषणाएं करने के लिए प्रदेश नेतृत्व ने केंद्रीय संगठन से स्वीकृति मांगी है।
- इस साल के अंत में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव होने हैं। भाजपा इनमें से सिर्फ मध्य प्रदेश में ही सत्ता में है। एमपी में सीएम शिवराज के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जाएगा। बैठक में यह तय हुआ कि 20 अगस्त को शिवराज सरकार अपना रिपोर्ट कार्ड जारी करेगी।
- 20 अगस्त को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी आ सकते है। इस दौरान सरकार के कामों और योजनाओं के आंकडे़ भी जनता के सामने रखे जाएंगे।
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