मांधाता (निप्र) - शनिवार को एक पुजारी और प्रभारी एसडीएम के बीच विवाद हो गया। इसके बाद पुजारियों ने प्रशासनिक अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाए और थाने का घेराव किया। यह मामला तीर्थनगरी ओंकारेश्वर का है। दरअसल, तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर के मुख्य घाट गोमुख पर पिंडदान करते हुए पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष पंडित अरुण जोशी और प्रभारी एसडीएम बजरंग बहादुर सिंह के बीच विवाद हो गया। पोलीथिन को लेकर विवाद होना बताया जा रहा है। विवाद इतना बढ़ गया कि एसडीएम ने पुजारी को थप्पड़ जड़ दिया इसके बाद मामला थाने तक पहुंच गया। सैकड़ों पुजारियों और स्थानीय लोगों ने थाने का घेराव किया। इस मामले में ओंकारेश्वर थाना प्रभारी अनोक सिंधिया ने बताया कि स्वच्छता को लेकर अभियान चलाया जा रहा था। घाटों पर लगे प्लास्टिक और पोलीथिन को हटाने के लिए टीम गई हुई थी। इस दौरान पुजारी और प्रभारी एसडीएम के बीच कहासुनी हो गई। पुलिस अधिकारियों ने पुजारी और प्रभारी एसडीम के बीच बातचीत के जरिए सुलह करवा दिया है।
उल्लेखनीय है की इससे पूर्व भी अनुविभागित अधिकारी और पुजरियों के बीच विवाद हो चुके है। बीते श्रावण मास में विशेष दर्शन एंट्री को लेकर एक पुजारी और तत्कालीन एसडीएम के बीच विवाद हो गया था तब भी इस तरह की स्थिति निर्मित हुई थी। ओंकारेश्वर प्रशासन पर मप्र प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा हुई कार्यवाही से बेकफूट पर है और अब वह नर्मदा और तीर्थनगरी की स्वच्छता को लेकर अतिचिन्तित हो कर कार्यवाही कर रहा है। मप्र प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड ने ओंकारेश्वर निकाय पर परिवाद दायर कर 12 करोड़ से अधिक की क्षतिपूर्ति का दावा किया है।
Comments
Post a Comment