इंदौर/देवास (ब्यूरो) - मध्य प्रदेश के देवास नगर निगम में अमृत योजना के तहत संचालित सिटी बसों में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। लोकायुक्त पुलिस उज्जैन ने इस मामले में देवास के पूर्व नगर निगम आयुक्त विशाल सिंह चौहान के खिलाफ केस दर्ज किया है। वहीं अब तक 5 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। देवास नगर निगम की अमृत योजना के तहत 3 क्लस्टरों में बसों का संचालन विश्वास ट्रांसपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से किया जाना था। लेकिन विश्वास ट्रांसपोर्ट द्वारा बस का सही तरीके से संचालन नहीं करने और दूसरे रूट पर भी बस चलाने के साथ समय पर टैक्स जमा नहीं करने की कई शिकायत सामने आई थी। जिसमें 40% सब्सिडी भी अधिकारियों की मिली भगत से निकल गई। पूरे मामले में लोकायुक्त पुलिस उज्जैन ने देवास के पूर्व निगम आयुक्त व मंदसौर अपर कलेक्टर विशाल सिंह चौहान को भी आरोपी बनाया है। आरोपी बनाए जाने के बाद लोकायुक्त उज्जैन ने देवास कलेक्टर ऋषभ गुप्ता को भी पत्र लिखा है। 3 दिन पहले विशाल सिंह का मंदसौर से भोपाल तबादला हुआ है। लोकायुक्त ने जारी किए पत्र में उल्लेख किया है की शिकायत के बाद जांच करने पर पता चला है कि अमृत योजना अंतर्गत देवास के तीन क्लस्टरों में बसों के संचालन दौरान राजस्व की हानि पहुंचा प्रथम दृष्टि पाया गया। इस पर विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त संगठन भोपाल में आरोपी पूर्व देवास एसडीएम प्रदीप सोनी , सीआईए देवास सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज सूर्य प्रकाश तिवारी नगर देवास , विजय गोस्वामी डायरेक्टर विश्वास ट्रांसपोर्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड , प्रणय गोस्वामी डायरेक्टर विश्वास ट्रांसपोर्ट सर्विस के विरोध के दर्ज किया गया है। मामले में कंपनी के तत्कालीन एमडी व पूर्व निगम आयुक्त देवास विशाल सिंह चौहान की मिलीभगत पाई गई है।
Comments
Post a Comment