खरगोन (ब्यूरो) - मध्यप्रदेश में अवैध मादक पदार्थ का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश में अवैध मादक पदार्थ कारोबार चरम सीमा पर है, मिली जानकारी के मुताबिक, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले खरगोन पुलिस ने अवैध मादक पदार्थ को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। जहाँ हेलापडावा पुलिस ने 75 लाख रुपए की गांजे की खेती पकड़ी है। साथ ही दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एक फरार हो गया। महाराष्ट्र क्षेत्र में गांजे को पहुंचा जाने के तार मिल रहे हैं। पुलिस ने बताया कि रविवार को हरणकुंडिया में सूचना पर गनसिंह उर्फ गणेश अवासे व गिना उर्फ ज्ञानसिंग वास्कले भीलाला के खेत मे अवैध गांजे के पौधे लगाए होने की सूचना पर भगवानपुरा, बिस्टान व चैनपुर पुलिस की संयुक्त पुलिस टीम ने घेराबंदी की। गनसिंह के खेत में पुलिस पहुंची तो वह देखकर भागने लगा। घेराबंदी कर मौके से पकड़ा गया। उसके खेत से अवैध गांजे के 465 हरे पौधे कुल वजनी 2.07 क्विंटल जब्त किए गए। इसी तरह एक अन्य टीम ने गिना उर्फ ज्ञानसिंग पिता कुवरसिंग वास्कले के खेत मे भी दबिश दी। उसके खेत में कुल 1877 हरे पौधे 5.51 क्विंटल जब्त किए गए। गिना उर्फ ज्ञानसिंग झाड़ियों का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने दोनों खेतों में 25 से ज्यादा लोगों की टीम ने ही गांजे के पौधों की कटाई, हम्माली व वाहनों में लोडिंग अनलोडिंग की। लगभग 6 घंटे का समय लगा। पुलिस ने दो आरोपियों पर अपराध क्रमांक 111/24 धारा 8/20 एनडीपीएस एक्ट में केस दर्ज किया गया है।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
Comments
Post a Comment