जबलपुर (ब्यूरो) - संस्कारधानी जबलपुर में एक एसडीएम के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्टर लगे हैं। सड़कों पर जगह-जगह एसडीएम ईमानदार-रिश्वतखोर/चोर के पोस्टर चिपकाए गए हैं। यह अनोखा पोस्टर अब इलाके में कौतूहल का विषय बना हुआ है। इसे किसने और कब चिपकाए इसकी जानकारी किसी को नहीं है। वहीं मामला कलेक्टर तक पहुंच गया है जिसके बाद इसे चिपकाने वाले की तलाश की जा रही। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने आगे बताया कि यह गंभीर मामला तब होता जब इसमें शिकायतों का जिक्र होता या सामने आकर शिकायत करता। इस तरह की हरकतें किसी की इमेज खराब करने के लिए करते हैं। मेरा अनुभव है कि कई बार किसी काम के लिए किसी अधिकार पर दबाव बनाने के लिए इस तरह के काम करते हैं। काम न होने पर इस तरह की हरकत करते हैं। अगर एसडीएम के खिलाफ कोई शिकायत है तो मुझे शिकायत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि एसडीएम ने पुलिस में शिकायत की है। पोस्टर चिपकाने वाले की तलाश की जा रही है। अगर कोई शिकायत करने की जगह इस तरह रातों रात पोस्टर चिपका रहा है तो उसकी मंशा पर सवाल होना लाजमी है। कोई मामला हो तो आकर शिकायत करें। इस तरह पोस्टर चिपकाना गलत बात है। इस तरह के प्रयास इमेज खराब करने की कोशिश के सिवाय कुछ नहीं। बता दें कि गोरखपुर तहसील हमेशा विवादों में रही है। जमीन, मकान, सड़क से लेकर हर काम को लेकर यह सुर्खियों में रहता है। अब एक बार फिर इस पोस्टर के बाद इसे लेकर चर्चा होने लगी है।
उज्जैन (ब्यूरो) - एनसीपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल एक आरोपी की तलाश में मुंबई पुलिस की टीम मध्यप्रदेश पहुंची है। पुलिस ने अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या में और लोगों के शामिल होने का संदेह है। एक पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, मुंबई पुलिस की एक टीम मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर आरोपी शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा (जो उत्तर प्रदेश के बहराइच का रहने वाला है) की तलाश कर रही है। ऐसी आशंका है कि वह मध्यप्रदेश में छिपा हो सकता है और उसे मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले और ओंकारेश्वर (खंडवा) में खोजा जा रहा है। रविवार शाम 7:30 बजे तक किसी का पता नहीं चल पाया है। उन्होंने दावा किया कि संदिग्ध आरोपी संभवत: लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। दो आरोपी गिरफ्तार क्राइम ब्रांच अधिकारी ने रविवार शाम को मुंबई में मीडिया को बताया, मुंबई पुलिस ने 15 टीमें गठित की हैं, जिन्हें महाराष्ट्र से बाहर भेजा गया है और यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि शूटरों को किसने रसद सहायता प्रदान की? पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों से दो पिस्तौल और 28 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं...
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