शहडोल (ब्यूरो) - जिले में शनिवार शाम को एक सोडा फैक्ट्री से क्लोरीन गैस का रिसाव होने के कारण लोगों में अफरातफरी फैल गई। हादसा शहडोल-अनुपपुर सीमा पर हुआ। क्लोरीन गैस के रिसाव से लगभग 60 से 70 लोग प्रभावित हुए हैं। क्लोरीन गैस आसपास के निवासियों के घरों तक पहुंच गई जिससे लोगों की तबीयत बिगड़ गई। प्रभावित लोगों ने उल्टी और खासी की शिकायत की। सूचना मिलते ही प्रशासन एक्टिव हुआ और प्रभावितों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस इंतजाम किया। गैस के रिसाव से दो लोगों की हालत गंभीर बताई जाती है। इन्हें कंपनी की एंबुलेंस से जिला अस्पताल अनूपपुर भिजवाया गया है। लोगों ने बताया कि सोडा फैक्ट्री से हमेशा ही गैस उड़ाई जाती है, लेकिन शनिवार को गैस लीक कर गई जिससे ऐसी स्थिति बनी। गैस रिसाव की घटना शनिवार करीब रात 8 बजे बरगवा क्षेत्र में हुई। गैस रिसाव से लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी होने लगी। हादसे के बाद लोगों को सोडा फैक्ट्री स्थित डिस्पेंसरी ले जाया गया लेकिन वहां डॉक्टर मौजूद नहीं थे।
नगर पालिका अध्यक्ष ने कहा कि यह समस्या रोज की है लेकिन प्रबंधन इस ओर ध्यान नहीं देता है। कंपाउंडर एचडी शुक्ला ने लोगों का प्राथमिक इलाज किया। अस्पताल में मात्र दो ही बेड मौजूद थे। क्लोरीन गैस के रिसाव से अरुण विश्वकर्मा और विश्वनाथ कहार नाम के दो लोगों की हालत गंभीर बताई जाती है।अनूपपुर डिप्टी कलेक्टर दिलीप पांडे ने बताया कि गैस के रिसाव से कर्मचारी समेत समीप के इलाके में लोगों को परेशानी हुई। फैक्ट्री के डिस्पेंसरी में ज्यादा सुविधा नहीं होने से उन्हें एंबुलेंस से अनूपपुर रवाना किया गया है। क्लोरीन गैस का रिसाव क्यों हुआ, इसकी वजह सामने नहीं आई है। अधिकारी ने बताया कि घटना की जांच पड़ताल की जाएगी। प्रभावित लोगों को प्राथमिक इलाज देकर अनूपपुर जिला अस्पताल के लिए रेफर किया जा रहा है। वहीं अनूपपुर के जिलाधिकारी हर्षल पांचोली ने कहा कि अमलाई स्थित कारखाने में रात करीब आठ बजे गैस के रिसाव का पता चला। कारखाना प्रबंधन ने तुरंत रिसाव को बंद कर दिया। जिलाधिकारी ने 'एक्स' पर अपने पोस्ट में लिखा, जिला प्रशासन की एक टीम मौके पर पहुंची और 12 लोगों को शहडोल मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। सभी की हालत स्थिर है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
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